1 सितंबर 2025 मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास के नवनिर्मित द्वार पर विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और मोबाइल एप का लोकार्पण करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह घड़ी भारत की प्राचीन खगोल और काल गणना पद्धति को आधुनिक स्वरूप में प्रस्तुत करती है। सीएम ने बताया कि उज्जैन को भारत का केंद्र बिंदु माना गया है और डोंगला गांव खगोल विज्ञान की महत्वपूर्ण गतिविधियों का केंद्र रहा है। हमारी वैदिक गणना पद्धति 10 हजार वर्ष पुराने सूर्य और चंद्रग्रहण तक की सटीक जानकारी देती है, जबकि आधुनिक कंप्यूटर भी इसमें असफल हो जाते हैं। उन्होंने पत्रकारों को यह भी बताया कि यह घड़ी भारतीय काल पद्धति पर आधारित पहली घड़ी है, जिसमें 30 घंटे के 30 मुहूर्त, सूर्योदय–सूर्यास्त, ग्लोबल टाइम और इंडियन स्टैंडर्ड टाइम की जानकारी भी उपलब्ध है। साथ ही लॉन्च किए गए मोबाइल एप में 7 हजार से अधिक पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, व्रत और त्योहारों का पूरा विवरण मिलेगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत के त्योहार और पर्व अंग्रेजी कैलेंडर पर नहीं, बल्कि तिथि और ऋतु आधारित गणना से तय होते हैं। इसलिए वास्तविक समय की गणना सूर्योदय से सूर्यास्त तक मानी जानी चाहिए, न कि रात 12 बजे से दिन बदलने की पद्धति से। मुख्यमंत्री ने कहा कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी हमारी गौरवशाली परंपरा और वैज्ञानिक ज्ञान को नई पीढ़ी के सामने गर्व के साथ प्रस्तुत करती है।
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