N D P S एक्ट के तहत अपराधो की विवेचना संबंधी एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

 

पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार जिला स्तर पर NDPS एक्ट के अपराधो / प्रकरणो की विवेचना हेतु इकाई में विवेचको को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिये जाने हेतु निर्देशित किया गया था। पुलिस अधिक्षक श्री मो. यूसुफ कुरैशी के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा की उपस्थिती में आज दिनांक 10-12-2023 को पुलिस अधीक्षक कार्यलय में बने रुस्तमजी कॉन्फ्रेसिंग हॉल में एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बने रुस्तमजी कॉन्फ्रेसिंग हॉल में जिलों के पुलिस अधिकारियों के लिये एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में गुणात्मक अनुसंधान मे विवेचकों एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों की का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री विवेक कुमार पाठक ( मान. अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश) द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में श्री प्रमोद कुमार नापित ( ए.जी.पी.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री शिव कुमार वर्मा, श्री पी.एस.परस्ते, नगर पुलिस अधीक्षक विंध्यनगर, श्री कृष्ण कुमार पाण्डेय, एस.डी.ओ.पी. सिंगरौली, श्री राहुल कुमार सैयाम, एस.डी.ओ.पी. देवसर, श्री आशीष जैन, एस.डी.ओ.पी. चितरंगी, समस्त थाना / चौकी प्रभारी एवं विवेचक उपस्थित रहे।

प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि श्री विवेक कुमार पाठक ( मान. अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश) का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा ने पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया। अति0 पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं पुलिस अधिकारियों को एनडीपीएस प्रकरणों में गुणात्मक सुधार हेतु आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण की रूपरेखा से अवगत कराया। प्रशिक्षण में उपस्थित पुलिस अधिकारियों से कहा कि यह एक गंभीर विषय है और वर्तमान समय में पुलिस को तकनीकी रूप से दक्ष होने के साथ ही नवीन कानूनी प्रावधानों की भी जानकारी होना आवश्यक है, इसके लिये ही यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है।

मुख्य अथिति श्री विवेक कुमार पाठक (मान. अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीश) ने उपस्थित पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ड्रग्स के उपयोग से युवा पीढ़ी का भविष्य बर्बाद हो रहा है और इसका प्रभाव परिवार के साथ ही समाज पर भी व्यापक रूप से पड़ रहा है। इसलिए एनडीपीएस के प्रकरणों में विवेचना अधिकारी द्वारा माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए। जिससे आरोपी को न्यायालय से सख्त सजा दिलाई जा सके। नवीन टेक्नोलाजी से स्वयं को लगातार अपडेट करते रहना चाहिए। पुलिस अधिकारियों को एनडीपीएस संबंधी प्रकरणों की विवेचना काफी गंभीरता से करनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी विवेचक द्वारा की गई एक छोटी सी चूक के कारण आरोपी न्यायालय से बरी हो जाता है। इसका प्रमुख कारण अनुसंधान के दौरान विवेचना का स्तर कमजोर होना होता है। इसलिए प्रत्येक पुलिस अधिकारी को एनडीपीएस प्रकरण की विवेचना करते समय उसका स्तर उच्च रखना चाहिए।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षण में उपस्थित पुलिसकर्मियो को से कहा कि एनडीपीएस संबंधी प्रकरणों की विवेचना के दौरान पूरी कड़ी को उजागर करना होगा तथा उसके स्रोत तक पहुंचना आवश्यक है। माननीय उच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों अनुसार एनडीपीएस में ड्रग को जप्त करने के बाद किस प्रकार से ड्रग की पैकिंग और सैंपलिंग करना है इसकी प्रक्रिया का पूर्णतः पालन किया जाए क्योंकि प्रक्रिया का पालन न करने की दशा में आरोपी न्यायालय से बरी हो जाता है। प्रशिक्षण में उपस्थित पुलिसकर्मियो से कहा कि एनडीपीएस के प्रकरणों की विवेचना में प्रक्रियात्मक त्रुटि नही होनी चाहिए।

प्रशिक्षण में उपस्थित विवेचकों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनडीपीएस अनुसंधान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई तथा उपस्थित पुलिस अधिकारियों को विवेचना के दौरान आने वाली समस्याओं के निराकरण के संबंध में जानकारी दी गई।

 

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