आईजी गौरव राजपूत का संकल्प — विंध्य में नशे का कारोबार अब खत्म”
रीवा। विंध्य क्षेत्र में फैल रहे नशे के अवैध कारोबार पर अब पुलिस का सबसे बड़ा और सख्त अभियान शुरू हो चुका है। रीवा रेंज के आईजी गौरव राजपूत ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि क्षेत्र में किसी भी तरह के कोरेक्स, नशीली दवाओं या अवैध कफ सिरप की बिक्री अब बिल्कुल नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विंध्य की पवित्र धरती को नशे से बचाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
नशे के नेटवर्क पर लगातार कार्रवाई
आईजी गौरव राजपूत के निर्देशन में रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली सहित पूरे रेंज में पुलिस की टीमों ने नशे के अड्डों पर दबिश देना शुरू कर दिया है। कई जगहों से भारी मात्रा में कोरेक्स, नशीले इंजेक्शन और गोलियां जब्त की गई हैं। इस नेटवर्क से जुड़े कई सप्लायरों, परिवहनकर्ताओं और सहयोगियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि नशे का व्यापार करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। हर थाना प्रभारी और एसएचओ को निर्देश दे दिए गए हैं कि उनकी सीमा में नशे की एक भी बोतल बाजार में न पहुंचे।
जीरो टॉलरेंस पॉलिसी लागू
आईजी ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान में पुलिस ने जीरो टॉलरेंस पॉलिसी लागू कर दी है। कोई समझौता नहीं, कोई राहत नहीं।
उन्होंने कहा
“यदि कोई पुलिसकर्मी भी नशे के कारोबार में शामिल पाया गया तो तत्काल निलंबन और गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी। पद या रैंक किसी की ढाल नहीं बनेगी।”
समाज की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण
आईजी गौरव राजपूत ने जनता से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि नशे के विरुद्ध लड़ाई केवल पुलिस की नहीं बल्कि पूरे समाज की है। उन्होंने कहा कि—
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“यदि किसी को कहीं भी कोरेक्स या नशीले सामान की बिक्री या भंडारण की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। आपकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रहेगी।”
युवाओं को नशीले जाल से बचाना लक्ष्य
उन्होंने बताया कि कोरेक्स जैसे नशीले पदार्थ न सिर्फ युवाओं का शरीर नष्ट करते हैं बल्कि चोरी, लूट, हिंसा और गिरोह गतिविधियों की जड़ भी बनते हैं। इसलिए इस कारोबार को खत्म करना सामाजिक सुरक्षा से जुड़ा हुआ बड़ा मुद्दा है।
अभियान से मिली बड़ी सफलता
अभियान शुरू होने के बाद एक ही सप्ताह में 1000 से अधिक अवैध कोरेक्स बोतलें और अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। कई तस्कर और सप्लायर गिरफ्तार हो चुके हैं और पुलिस अन्य नेटवर्क की तलाश में लगातार जुटी हुई है।
आईजी राजपूत ने कहा
“यह सिर्फ शुरुआत है। जो भी व्यक्ति नशे का धंधा करेगा, वह अब सुरक्षित नहीं है। विंध्य को पूरी तरह नशामुक्त बनाने का लक्ष्य है और इसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।”



















