छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। अट्ठारह जुलाई तक चलने वाले इस सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी। सत्र के पहले दिन आज शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत और कांग्रेस विधायकों ने राज्य में खाद-बीज संकट का मुद्दा उठाया और इस बारे में स्थगन प्रस्ताव प्रस्तुत किया। डॉक्टर महंत ने कहा कि पूरे राज्य में खाद की भारी किल्लत है और किसाने इससे दुखी है तथा उन्हें दोगुने भाव से बाजार से खाद खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जवाब में कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि सरकार ने वैकल्पिक खाद की व्यवस्था की है। किसानों को नैनो उर्वरकों के साथ ही वैकल्पिक खाद के उपयोग के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है। कृषि मंत्री के वक्तव्य के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया। स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य होने के बाद कांग्रेस विधायकां ने गर्भगृह में पहुंच कर नारेबाजी की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। गर्भगृह में पहुंचने के कारण कांग्रेस के विधायक स्वमेव निलंबित हो गए। सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन को समाप्त किया। बाद में विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि अमानक बीज और अमानक खाद के मामलों में सरकार द्वारा त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
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