शनिवार, 27 सितम्बर 2025 को शाम 4 बजे कलश स्थापना एवं पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पं. सतीश जी ने अखण्ड ज्योत प्रज्वलित कर बालकाण्ड पाठ प्रारंभ किया। इसी समय आई तेज आंधी, वर्षा और बादलों की गर्जना को श्रद्धालुओं ने भगवान के आगमन का शुभ संकेत माना।
रविवार, 28 सितम्बर को हवन, पूर्णाहुति एवं भव्य आरती सम्पन्न हुई। तत्पश्चात भक्तों को महाप्रसादी वितरित की गई। विशेष आकर्षण रहा श्रीमती अंतिम तिवारी जी द्वारा प्रेमपूर्वक बनाई गई खीर, जिसकी सभी ने भरपूर सराहना की।
सामूहिक भावना का अद्भुत उदाहरण
यह आयोजन कैंपस के श्रद्धालु परिवारों के सामूहिक भाव से प्रेरित होकर सम्पन्न हुआ। विशेष रूप से श्री आनंद तिवारी ने पहल कर कार्यक्रम की नींव रखी। महिला मंडल की ओर से माता रानी के चरणों में गरबा नृत्य प्रस्तुत कर भक्ति भाव व्यक्त किया गया।
श्रद्धालुओं की सक्रिय भागीदारी
सपना सूरज मंगल, दीपा सिन्हा, सुनील कुलकर्णी, सुरेंद्र जी, मधु सक्सेना, रंजना पांडेय, पूजा सक्सेना, नितिन राजपूत, आयुष तिवारी, ममता गजेंद्र, श्रद्धा अमित शर्मा, मोहिनी बहनजी, वर्षा मनीष भावसार, गिरीश शर्मा, संदीप तिवसकर, सुरुचि वर्मा, सतीश गौड़, आशा राजपूत, सुरेश ब्यौहार, मथुरा दूबे, देवेश पाण्डेय, जगदीश अधिकारी, ऊषा बृजेंद्र पटेल सहित अनेकों श्रद्धालु इस आयोजन में सक्रिय रूप से सम्मिलित हुए।
सभी श्रद्धालुओं ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 20 हजार रुपये की संगीतमय मंडली भी उतना आनंद नहीं दे सकती, जितना इस सामूहिक भावपूर्ण पाठ ने दिया।