करवा चौथ के पावन पर्व पर, सुहागिन महिलाओं ने रखा निर्जला व्रत, रात को पूजा कर किया दीपदान
करवा चौथ के पावन पर्व पर सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखा। शुक्रवार को सुबह से ही महिलाओं ने व्रत की शुरुआत की और रात को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही भोजन ग्रहण किया।रात को महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और दीपदान किया। इस अवसर पर महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना की।
करवा चौथ का व्रत पत्नी और पति के प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस अवसर पर महिलाओं ने अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को प्रदर्शित किया।करवा चौथ का व्रत एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है, जिसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत को रखने से महिलाओं को अपने पति का साथ और प्रेम मिलता है, और उनके जीवन में सुख और समृद्धि आती है।इस अवसर पर महिलाओं ने अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को प्रदर्शित किया। उन्होंने अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की और भगवान से आशीर्वाद लिया करवा चौथ का व्रत एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो पति-पत्नी के प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। इस व्रत को रखने से महिलाओं को अपने पति का साथ और प्रेम और उनके जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
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