रायसेन जिले के बाड़ी ग्राम में स्थित मां हिंगलाज मंदिर में नवरात्रि के पावन अवसर पर भक्तिभाव और आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। सैकड़ों श्रद्धालु 121 मीटर लंबी चुनरी लेकर पैदल यात्रा कर माता रानी के दरबार पहुंचे और चुनरी अर्पित की।
ग्राम मड़ैया से महिलाओं, पुरुषों, बच्चों और बुजुर्गों ने ढोल-ढमाकों और जयकारों के बीच चुनरी यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मां हिंगलाज माता मंदिर तक पहुंची। मार्ग में जगह-जगह समाजसेवियों ने श्रद्धालुओं के स्वागत में पेयजल व फलाहार के टेंट लगाए।
बाड़ी नगर में प्रवेश के समय वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद सरबजीत सिंह अटवाल ने यात्रा का भव्य स्वागत किया। इसके बाद भक्तजन मंदिर परिसर पहुंचे और मां हिंगलाज के चरणों में चुनरी अर्पित कर पूजा-अर्चना व प्रसाद ग्रहण किया।
बताया जाता है कि बाड़ी कलां स्थित श्रीराम जानकी खाका अखाड़ा के संत श्री भगवानदास जी महाराज 16वीं शताब्दी में बलूचिस्तान (अब पाकिस्तान) से मां हिंगलाज की पिंडी स्वरूप को लेकर आए थे। तभी से यहां नवरात्रों में विशेष श्रद्धा और भक्ति के साथ मां की पूजा होती है।
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नवरात्र पर्व पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में दर्शनार्थी मंदिर पहुंच रहे हैं। भक्तजन भूखे पेट और नंगे पैर चलकर माता रानी को मनाने के लिए आस्था और विश्वास के साथ दर्शन करने आ रहे हैं।