उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार” अभियान का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितम्बर को मध्यप्रदेश से करेंगे। अभियान में महिलाओं का सम्पूर्ण स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए आयुष्मान आरोग्य मंदिर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 20 हज़ार से अधिक स्वास्थ्य शिविर लगाये जाएँगे। इन शिविरों में निःशुल्क जाँच और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जायेंगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण अवसर है और एक चुनौती भी है। मध्यप्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में विगत वर्षों में सकारात्मक सुधार हुआ है। अभी भी हमें लंबी दूरी तय करनी है और इसके लिए आवश्यक है कि हर ज़िला, हर विकास खंड, प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से संकल्प लेकर प्रयास करे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाये, ताकि अभियान का लाभ अधिक से अधिक नागरिक उठा सकें। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने सोमवार को निवास कार्यालय भोपाल से वीसी के माध्यम से ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान की तैयारियों की समीक्षा की।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान की सफलता के लिए सबको मिलकर कार्य करना होगा। अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए सभी संचार माध्यमों का प्रभावी उपयोग किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं एएनएम घर-घर जाकर परिवारों को अभियान के उद्देश्य से अवगत कराएँ। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी संगठनों, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की सक्रिय सहभागिता इस अभियान की सफलता की कुंजी है, उन्हें अभियान में सहभागी बनाया जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर निर्धारित पोर्टल्स और ऐप्स पर समयबद्ध रिपोर्टिंग सुनिश्चित करें। हम सबका समन्वित और समर्पित प्रयास इस जनकल्याणकारी अभियान को सफल बनाएगा। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव, आयुक्त तरुण राठी, एमडी एनएचएम डॉ. सलोनी सिडाना सहित मेडिकल कॉलेज के डीन, समस्त जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन वीसी के माध्यम से और विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री यादव ने बताया कि “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़ी चुनौतियों की पहचान कर उनका त्वरित समाधान करना है। इसके अंतर्गत मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, अनमोल 2.0 में प्रविष्टि, टीकाकरण स्तर की समीक्षा और छूटे हुए टीकाकरण को पूरा किया जाएगा। किशोरियों में एनीमिया स्क्रीनिंग, उपचार और आहार संबंधी परामर्श पर विशेष बल दिया जाएगा। साथ ही किशोरियों और महिलाओं को पोषण एवं मासिक धर्म स्वच्छता संबंधी जानकारी दी जाएगी।
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